निसर्ग अरब सागर से उठा एक समुद्री चक्रवात है जो कि भारत के दक्षिण पश्चिम से उठकर भारत की ओर बढ रहा है। इसकी रफ्तार 100-120 KMPH मापी जा रही है।
यह एक सिवियर साइक्लोन के वर्ग का तूफान है। भारत के गुजरात , महाराष्ट्र, दमनद्वीव , लक्ष्यद्वीप को Red alert पर रखा गया है। 129 साल में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब मुम्बई से इतना भयंकर चक्रवात टकराने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल मुंबई से इसकी दूरी लगभग 200 km आंकी जा रही है।
इससे पहले बंगाल की खाडी से उठे "अम्फान " तूफान ने पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा में बहुत तबाही मचाई थी। इसकी रफ्तार 185 kMPH थी एवं यह "एक्स्ट्रीमली सिवियर साइक्लोन" था।
कैसे एक साइक्लोन का नाम रखा जाता है ?
जैसे जैसे दुनिया में तकनीक का तीव्र विकास हुआ है उस प्रकार नामकरण की प्रथा भी बढ़ गई है। world meterological orgnization (WMO) जिम्मेदार है किसी चक्रवात के नाम रखने को। WMO ने देशों को कई छोटे छोटे comitees में गठित कर रखा है एवं यदि उन comitees से संबंधित निकटवर्ती महासागरों में जब कोई चक्रवात आता है तो उस comitee के देश ही उस चकवात का नामकरण करने को जिम्मेदार होते हैं।
भारत "Northern Indian ocean comitee" के अंतर्गत आता है। इस comitee के अंतर्गत कुल 8 देश आते हैं।
1 . भारत
2 . पाकिस्तान
3. बांग्लादेश
4. श्रीलंका
5 . म्यांमार
6 .ओमान
7. मालदीव
8 . थाइलैंड
जब भी हिन्द महासागर में कोई चक्रवात आता है तब यही देश उसका नामकरण करते हैं और यह एक क्रम के अनुसार व्यवस्थित रहता है। ये 8 देश 8 - 8 नामों की सूची WMO को सौंपते हैं एवं उन नामों में से ही नये आये चक्रवातों को नाम दिया जाता है।
जैसे - " अम्फान" चक्रवात का नाम थाइलैंड ने सुझाया था।
"निसर्ग" चक्रवात के नाम को बांग्लादेश द्वारा सुझाया गया है।
पिछले वर्ष आये " फनी " चक्रवात का नाम भी बांग्लादेश ने ही सुझाया था।
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Thanks.
ReplyDeleteGood knowledge and information gaine by you, thank u
ReplyDeleteThanks.
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